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जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते । कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥ १५ ॥
Yama, Kubera and the guardians of the four quarters; poets and scholars - none can express Your glory. ॥ 15 ॥
यमराज, कुबेर आदि सब दिशाओं के रक्षक, कवि विद्वान, पंडित या कोई भी आपके यश का पूर्णतः वर्णन नहीं कर सकते। ॥ १५ ॥