- 21
राम दुआरे तुम रखवारे । होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥ २१ ॥
You are the guardian at Lord Rama's door. Nobody can move forward without Your permission which means that Lord Rama's darshans (to get the sight of) are possible only with Your blessings. ॥ 21 ॥
श्री रामचन्द्र जी के द्वार के आप रखवाले है, जिसमें आपकी आज्ञा बिना किसी को प्रवेश नहीं मिलता अर्थात आपकी प्रसन्नता के बिना राम कृपा दुर्लभ है। ॥ २१ ॥
- 22
सब सुख लहै तुह्मारी सरना । तुम रच्छक काहू को डर ना ॥ २२ ॥
Those who take refuge in You, find all the comforts and happiness. When we have a protector like You, we do not need to get scared of anybody or anything.॥ 22 ॥
जो भी आपकी शरण में आते है, उस सभी को आन्नद प्राप्त होता है, और जब आप रक्षक है, तो फिर किसी का डर नहीं रहता। ॥ २२ ॥
- 23
आपन तेज सह्मारो आपै । तीनों लोक हाँक तें काँपै ॥ २३ ॥
You alone can withstand Your magnificence. All the three worlds start trembling at one roar of Yours.॥ 23 ॥
आपके सिवाय आपके वेग को कोई नहीं रोक सकता, आपकी गर्जना से तीनों लोक काँप जाते है। ॥ २३ ॥
- 24
भूत पिसाच निकट नहिं आवै । महाबीर जब नाम सुनावै ॥ २४ ॥
O Mahaveer! No ghosts or evil spirits come near the ones who remember Your name. Therefore, just remembering Your name does everything! ॥ 24 ॥
जहाँ महावीर हनुमान जी का नाम सुनाया जाता है, वहाँ भूत, पिशाच पास भी नहीं फटक सकते। ॥ २४ ॥
- 25
नासै रोग हरै सब पीरा । जपत निरन्तर हनुमत बीरा ॥ २५ ॥
O Hanuman! All diseases and all kinds of pain get eradicated when one recites or chants Your name. Therefore, chanting Your name regularly is considered to be very significant. ॥ 25 ॥
वीर हनुमान जी! आपका निरंतर जप करने से सब रोग चले जाते है, और सब पीड़ा मिट जाती है। ॥ २५ ॥