1. 40

    दुर्गा चालीसा जो नित गावै । सब सुख भोग परमपद पावै ॥ ४० ॥

    He whoever sings this Durga Chalisa shall ever enjoy all sorts of pleasures and shall attain the highest position in the end. ॥ 40 ॥

    जो भी भक्त प्रेम व श्रद्धा से दुर्गा चालीसा का पाठ करेगा, सब सुखों को भोगता हुआ परमपद को प्राप्त होगा। ॥ ४० ॥