- 11
महितमहाहवमल्लमतल्लिकवल्लितरल्लितभल्लिरते विरचितवल्लिकपालिकपल्लिकझिल्लिकभिल्लिकवर्गवृते। श्रुतकृतफुल्लसमुल्लसितारुणतल्लजपल्लवसल्ललिते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ ११ ॥
You who are fond of the sport in the form of a mighty battle against groups of mighty warriors, who are surrounded by hunters who build their huts with creepers and forest tribes known as Mallikas, Jhillikas and Bhillikas, whose body is soft like the beautiful tender red leaf, You who have charming locks of hair, O Daughter of the Mountain, hail unto You, hail unto You. ॥ 11 ॥
महनीय महायुद्धके श्रेष्ठ वीरों के द्वारा (इधर-उधर) घुमावदार तथा कलापूर्ण ढंग से चलाये गये भालों के युद्ध के निरीक्षण में चित्त लगानेवाली; कृत्रिम लतागृह का निर्माण कर उसका पालन करनेवाली स्त्रियों की बस्ती में ‘झिल्लिक’ नामक वाद्यविशेष बजानेवाली भिल्लिनियों के समूह से सेवित होनेवाली और कान पर रखे हुए विकसित सुन्दर रक्तवर्ण तथा श्रेष्ठ कोमल पत्तों से सुशोभित होनेवाली हे भगवान् शिव की प्रिय पत्नी महिषासुरमर्दिनी पार्वती! आपकी जय हो, जय हो ॥ ११ ॥