1. 21

    सुयोगिनो योगबलेन साध्यं प्रकुर्वते कः स्तवनेन स्तौति । अतः प्रणामेन सुसिद्धिदोऽस्तु तमेकदन्तं शरणं व्रजामः ॥२१॥

    Who can praise through hymns those who are achieved by the best Yogis through the power of yoga? Therefore, may he be the bestower of great success for us by merely saluting. We take refuge in that Lord Ekadanta.

    जिन्हें उत्तम योगीजन योगबल से साध्य (उपलब्ध) करते हैं, उनकी स्तोत्रों द्वारा स्तुति कौन कर सकता है ! अतः वे प्रणाममात्र से हमारे लिये उत्तम सिद्धि दाता हों । हम उन भगवान् एकदन्त की शरण लेते हैं ।

  2. 22

    गृत्समद उवाच एवं स्तुत्वा गणेशानं देवाः समुनयः प्रभुम् । तूष्णींभावं प्रपद्यैव ननृतुर्हर्षसंयुताः ॥२२॥

    Gritsamad said- In this way, the gods along with the sages and saints, after praising Lord Ganesha, became silent and started dancing with joy.

    गृत्समद बोले- इस प्रकार ऋषि-मुनियों सहित देवता भगवान् गणेश की स्तुति करके मौन हो हर्षोल्लास के साथ नृत्य करने लगे ।

  3. 23

    स तानुवाच प्रीतात्मा देवर्षीणां स्तवेन वै । एकदन्तो महाभागो देवर्षीन् भक्तवत्सलः ॥२३॥

    Bhaktavatsal Mahabhag Ekadant, pleased with the praises given by the Devarshis, said to them -

    देवर्षियों द्वारा किये गये स्तवन से प्रसन्नचित्त हो भक्तवत्सल महाभाग एकदन्त ने उनसे कहा -

  4. 24

    एकदन्त उवाच स्तोत्रेणाहं प्रसन्नोऽस्मि सुराः सर्षिगणाः किल। वरदोऽहं वृणुत वो दास्यामि मनसीप्सितम् ॥२४॥

    Ekadanta said - O sages and gods! I am very pleased with the praise done by you, I am ready to grant you a boon. So ask, I will give you the desired thing.

    एकदन्त बोले - हे ऋषि और देवताओ ! मैं तुम्हारे द्वारा की गयी स्तुति से बहुत प्रसन्न हूँ, वर देने को उद्यत हूँ। अतः माँगो, मैं तुम्हें मनोवांछित वस्तु दूँगा ।

  5. 25

    भवत्कृतं मदीयं यत् स्तोत्रं प्रीतिप्रदं च तत् । भविष्यति न संदेहः सर्वसिद्धिप्रदायकम् ॥२५॥

    The praise of me which you have sung is going to bestow love. There is no doubt that it will be the giver of all the accomplishments to you.

    तुम लोगों के द्वारा जो मेरा स्तवन किया गया है, वह प्रीति प्रदान करने वाला है। इसमें संदेह नहीं कि वह तुम्हारे लिये सम्पूर्ण सिद्धियों को देने वाला होगा ।