1. 16

    कात्यायनि जगन्मातः प्रपन्नार्तिहरे शिवे । संग्रामे विजयं देहि भयेभ्यः पाहि सर्वदा ॥ १६ ॥

    O Jaganmata Katyayani who removes the sorrows of those who seek refuge and bestows welfare! Give me victory in the war and always protect me from fear.

    शरणागतों का दुःख दूर करने वाली, कल्याण प्रदान करने वाली जगन्माता कात्यायनी ! युद्ध में मुझे विजय प्रदान कीजिये और भय से सदा रक्षा कीजिये I